Top 30 Child Development Important Questions for UPTET & CTET | शिक्षण अधिगम के महत्वपूर्ण प्रश्न भाग-2

इस पोस्ट में UPTET, CTET, MPTET, REET, STET, HTET, आदि परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न है। प्रश्नों को जरूर पढ़ें।

Child Development for UPTET & CTET 2026

इस पोस्ट में बालविकास (Child Development) के 30 महत्वपूर्ण प्रश्न दिये गये हैं। जो आपकी सभी आगामी अध्यापक परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। चाहे वह किसी भी राज्य से संबंधित अध्यापक परीक्षा हो।
इस पोस्ट में UPTET, CTET, MPTET, REET, STET, HTET, आदि परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न है। प्रश्नों को जरूर पढ़ें।

बालविकास के महत्वपूर्ण प्रश्न

इस पोस्ट में शिक्षण अधिगम के भाग-2 के 30 महत्वपूर्ण प्रश्न शामिल हैं। 
शिक्षण अधिगम के भाग-1 के भी 30 महत्वपूर्ण प्रश्न जरूर पढ़ें।

भाग 1: शिक्षण की प्रकृति और कार्य (Nature and Functions of Teaching)

31. प्रश्न: शिक्षण का वह स्तर जिसमें छात्र तर्क और समस्या-समाधान (Problem-solving) का उपयोग करता है:

उत्तर: चिंतन स्तर (Reflective Level)

व्याख्या: यह शिक्षण का सबसे उच्च स्तर है, जहाँ छात्र तथ्यों को याद करने या समझने के बजाय समालोचनात्मक चिंतन और मूल समस्या निवारण का उपयोग करता है।

32. प्रश्न: शिक्षण की वह विशेषता जो इसे अनुदेशन (Instruction) से अलग करती है?

उत्तर: सुझावात्मक और विकासात्मक होना

व्याख्या: अनुदेशन केवल सूचना और ज्ञान प्रदान करने तक सीमित है, जबकि शिक्षण व्यक्ति के व्यवहार को बदलने और उसके विकास को बढ़ावा देने के लिए सुझाव और मार्गदर्शन देता है।

33. प्रश्न: शिक्षण को व्यवसायिक (Professional) क्यों माना जाता है?

उत्तर: यह वैज्ञानिक सिद्धांतों और विशिष्ट कौशल पर आधारित है

व्याख्या: शिक्षण एक व्यवस्थित और विशेषज्ञता वाला कार्य है जिसके लिए शिक्षाशास्त्र के सिद्धांतों का ज्ञान और उन्हें कक्षा में लागू करने का विशेष कौशल आवश्यक होता है।

34. प्रश्न: शिक्षण का मुख्य कार्य है:

उत्तर: अधिगम के लिए अनुकूल वातावरण बनाना

व्याख्या: शिक्षक की आधुनिक भूमिका सुविधादाता (Facilitator) की है, जिसका प्राथमिक कार्य ऐसा माहौल बनाना है जहाँ छात्र बिना किसी दबाव के प्रभावी ढंग से सीख सकें।

35. प्रश्न: वह कारक जो शिक्षण को सबसे अधिक प्रभावी बनाता है?

उत्तर: छात्रों की सक्रिय भागीदारी

व्याख्या: अधिगम तभी सार्थक होता है जब छात्र निष्क्रिय श्रोता न होकर, प्रश्न पूछकर, चर्चा करके और गतिविधियों में भाग लेकर सक्रिय रूप से शामिल होते हैं।

36. प्रश्न: शिक्षण एक उपचारात्मक (Remedial) प्रक्रिया है, इसका अर्थ क्या है?

उत्तर: सीखने की कठिनाइयों का निदान और निवारण करना

व्याख्या: शिक्षक पहले यह पता लगाता है कि छात्र कहाँ गलती कर रहे हैं (निदान), और फिर उन गलतियों को दूर करने के लिए आवश्यक उपाय करता है (उपचार)।

37. प्रश्न: शिक्षण के उद्देश्य का आधार क्या होना चाहिए?

उत्तर: छात्रों की आवश्यकताएँ और समाज की माँगें

व्याख्या: शिक्षण को बाल-केंद्रित होने के साथ-साथ सामाजिक रूप से उपयोगी भी होना चाहिए, ताकि छात्र भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

38. प्रश्न: कौन-सा शिक्षण का सबसे निचला स्तर है जहाँ केवल तथ्यों को याद किया जाता है?

उत्तर: स्मृति स्तर (Memory Level)

व्याख्या: इस स्तर पर रटने (Rote Learning) पर जोर दिया जाता है और छात्र को केवल जानकारी को पहचानने और याद करने की आवश्यकता होती है।

39. प्रश्न: बोध स्तर (Understanding Level) के शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य क्या है?

उत्तर: तथ्यों के बीच संबंध और अर्थ समझना

व्याख्या: बोध स्तर पर छात्र केवल याद नहीं करता, बल्कि ज्ञान को अपने शब्दों में व्यक्त कर सकता है, उदाहरण दे सकता है और दो अवधारणाओं के बीच तुलना कर सकता है।

40. प्रश्न: शिक्षण को एक निरंतर सामाजिक प्रक्रिया के रूप में किसने वर्णित किया है?

उत्तर: जॉन डीवी (John Dewey)

व्याख्या: डीवी ने शिक्षा को जीवन भर चलने वाली और समाज तथा वातावरण के साथ अंतःक्रिया पर आधारित प्रक्रिया माना है।

भाग 2: उद्देश्यों का वर्गीकरण (Classification of Objectives)

41. प्रश्न: 'ज्ञान' (Knowledge) शिक्षण उद्देश्य के किस पक्ष से संबंधित है?

उत्तर: संज्ञानात्मक पक्ष (Cognitive Domain)

व्याख्या: संज्ञानात्मक पक्ष मस्तिष्क (Head) से संबंधित है, जहाँ सूचना को याद करने, पहचानने और समझने जैसे मानसिक कार्य किए जाते हैं।

42. प्रश्न: 'ग्रहण करना' (Receiving) और 'अनुक्रिया करना' (Responding) ब्लूम के उद्देश्यों के किस पक्ष के आरंभिक चरण हैं?

उत्तर: भावात्मक पक्ष (Affective Domain)

व्याख्या: भावात्मक पक्ष में सबसे पहले व्यक्ति किसी घटना, विचार या मूल्य को ग्रहण करता है और फिर उसके प्रति प्रतिक्रिया (अनुक्रिया) व्यक्त करता है।

44. प्रश्न: संज्ञानात्मक उद्देश्यों में 'मूल्यांकन' (Evaluation) किस स्तर पर आता है?

उत्तर: संश्लेषण के ऊपर (या 2001 के अनुसार सृजन से नीचे)

व्याख्या: ब्लूम की मूल टैक्सोनॉमी (1956) में 'मूल्यांकन' उच्चतम स्तर था, जहाँ छात्र किसी चीज की आंतरिक और बाह्य संगति का निर्णय करते हैं।

43. प्रश्न: शिक्षण के क्रियात्मक पक्ष (Psychomotor) का उच्चतम स्तर क्या है?

उत्तर: स्वाभाविकीकरण (Naturalization)

व्याख्या: इस स्तर पर, छात्र कौशल को बिना सोचे समझे, पूर्ण दक्षता और आसानी के साथ, स्वाभाविक रूप से (जैसे ड्राइविंग) प्रदर्शित करता है।

45. प्रश्न: 'चरित्र निर्माण' (Character Building) शिक्षण के किस व्यापक उद्देश्य का भाग है?

उत्तर: नैतिक/भावात्मक उद्देश्य

व्याख्या: चरित्र निर्माण में ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और न्याय जैसे मूल्यों का विकास शामिल है, जो भावात्मक पक्ष के उच्चतम स्तरों से संबंधित हैं।

46. प्रश्न: शिक्षक छात्रों को 'गणित के नियमों का उपयोग करके नई समस्याओं को हल करने' के लिए कहता है। यह किस संज्ञानात्मक उद्देश्य को दर्शाता है?

उत्तर: अनुप्रयोग (Application)

व्याख्या: जब छात्र सीखे हुए नियमों, सिद्धांतों या विधियों को किसी नई या अपरिचित परिस्थिति में उपयोग करते हैं, तो वह 'अनुप्रयोग' कहलाता है।

47. प्रश्न: भावात्मक पक्ष में 'मूल्यों का संगठन' (Organization of Values) का क्या अर्थ है?

उत्तर: विभिन्न मूल्यों को एक सुसंगत प्रणाली में क्रमबद्ध करना

व्याख्या: इस स्तर पर व्यक्ति अपने जीवन में विभिन्न मूल्यों को महत्त्व के आधार पर व्यवस्थित (ऑर्गनाइज) करता है और उनके बीच प्राथमिकता तय करता है।

48. प्रश्न: एक छात्र क्रिकेट बॉल को सही ढंग से फेंकना सीखता है। यह किस पक्ष का उद्देश्य है?

उत्तर: मनोगत्यात्मक/क्रियात्मक पक्ष (Psychomotor)

व्याख्या: फेंकना एक शारीरिक गतिविधि है जिसमें गति, समन्वय और कौशल (Motor Skill) की आवश्यकता होती है।

49. प्रश्न: शिक्षण के उद्देश्यों में 'विश्लेषण' (Analysis) का अर्थ क्या है?

उत्तर: जटिल विषयवस्तु को उसके घटकों में तोड़ना

व्याख्या: विश्लेषण में किसी सूचना या समस्या के हिस्सों को पहचानना और उनके बीच के संबंधों को समझना शामिल है।

50. प्रश्न: शिक्षण का वह उद्देश्य जो छात्रों को लोकतांत्रिक मूल्यों (Democratic Values) के प्रति संवेदनशील बनाता है?

उत्तर: भावात्मक पक्ष (Affective Domain)

व्याख्या: लोकतांत्रिक मूल्य जैसे सहिष्णुता, समानता और न्याय, छात्र की अभिवृत्तियों और भावनाओं (भावात्मक पक्ष) के विकास से संबंधित हैं।

भाग 3: शिक्षक की भूमिका और शिक्षण की शर्तें (Teacher's Role and Conditions of Teaching)

51. प्रश्न: बाल-केंद्रित शिक्षण में शिक्षक की भूमिका सबसे अधिक किस ओर केंद्रित होती है?

उत्तर: सीखने का प्रबंधक और मार्गदर्शक

व्याख्या: बाल-केंद्रित शिक्षा में शिक्षक एक सुविधादाता होता है जो छात्रों को उनकी गति और शैली के अनुसार सीखने में मदद करता है।

52. प्रश्न: प्रभावी शिक्षण के लिए सबसे आवश्यक शर्त क्या है?

उत्तर: शिक्षक और छात्र के बीच सकारात्मक संबंध

व्याख्या: एक सुरक्षित और पोषण भरा संबंध छात्रों को सहज महसूस कराता है, जिससे वे बिना डर के प्रश्न पूछ सकते हैं और सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं।

53. प्रश्न: शिक्षक की वह योग्यता जो उसे निदान (Diagnosis) करने में मदद करती है?

उत्तर: छात्रों की अधिगम कमियों को समझने की क्षमता

व्याख्या: निदान में शिक्षक यह पता लगाता है कि छात्र को किसी विषय को सीखने में किस प्रकार और क्यों कठिनाई आ रही है।

54. प्रश्न: शिक्षण की वह अवस्था जहाँ शिक्षक अपनी पाठ योजना तैयार करता है?

उत्तर: पूर्व-सक्रिय अवस्था (Pre-active Stage)

व्याख्या: यह शिक्षण शुरू करने से पहले की अवस्था है, जहाँ शिक्षक उद्देश्यों का निर्धारण करता है, विषयवस्तु का संगठन करता है और शिक्षण विधियों का चयन करता है।

55. प्रश्न: शिक्षण को एक व्यावहारिक विज्ञान (Applied Science) क्यों कहा जाता है?

उत्तर: यह सिद्धांतों का व्यवहार में अनुप्रयोग है

व्याख्या: शिक्षण शिक्षा मनोविज्ञान के वैज्ञानिक सिद्धांतों (जैसे अधिगम सिद्धांत) को कक्षा के वास्तविक व्यवहार में लागू करता है।

56. प्रश्न: स्व-अधिगम (Self-learning) के उद्देश्य को प्राप्त करने में शिक्षक की मुख्य भूमिका क्या है?

उत्तर: छात्रों को संसाधनों तक पहुँच प्रदान करना और प्रेरित करना

व्याख्या: स्व-अधिगम को बढ़ावा देने के लिए शिक्षक को छात्रों को स्वतंत्र रूप से अध्ययन करने के लिए आवश्यक सामग्री और आंतरिक प्रेरणा देनी चाहिए।

57. प्रश्न: शिक्षण में प्रतिपुष्टि (Feedback) का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: सीखने की प्रक्रिया में सुधार के लिए जानकारी देना

व्याख्या: फीडबैक छात्रों को बताता है कि उन्होंने क्या सही किया और उन्हें आगे कहाँ सुधार करने की आवश्यकता है, जिससे उनकी सीखने की रणनीति में सुधार होता है।

58. प्रश्न: एक समावेशी कक्षा (Inclusive Classroom) में शिक्षण का उद्देश्य क्या होना चाहिए?

उत्तर: सभी छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार समायोजन करना

व्याख्या: समावेशी शिक्षा सभी छात्रों (दिव्यांग या सामान्य) को एक साथ शिक्षित करने पर जोर देती है, जिसके लिए शिक्षण विधियों में लचीलापन आवश्यक है।

59. प्रश्न: शिक्षण में मास्टरिंग अधिगम (Mastery Learning) का क्या उद्देश्य है?

उत्तर: सभी छात्रों को एक निश्चित स्तर का ज्ञान सुनिश्चित करना

व्याख्या: मास्टरिंग अधिगम यह सुनिश्चित करता है कि छात्र अगले स्तर पर जाने से पहले किसी एक अवधारणा में आवश्यक दक्षता (Mastery) हासिल कर लें।

60. प्रश्न: शिक्षण का वह उद्देश्य जो छात्रों को आलोचनात्मक चिंतन (Critical Thinking) के लिए प्रेरित करता है?

उत्तर: चिंतन स्तर (Reflective Level)

व्याख्या: आलोचनात्मक चिंतन में छात्र किसी जानकारी का मूल्यांकन करते हैं, उसकी वैधता पर सवाल उठाते हैं और तार्किक रूप से निष्कर्ष निकालते हैं, जो चिंतन स्तर से जुड़ा है।